tag:blogger.com,1999:blog-8120460498908442145.post2548622426778987003..comments2023-03-03T18:15:11.529+05:30Comments on राकेश शर्मा: आगामी दस वर्ष और भारत का भविष्यrakeshindore.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/00101607870965525887noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8120460498908442145.post-25435010422153567122010-09-10T12:38:47.332+05:302010-09-10T12:38:47.332+05:30राकेश जी ,
आपकी चिंता वाजिब है .
किन्तु आगे आने वा...राकेश जी ,<br />आपकी चिंता वाजिब है .<br />किन्तु आगे आने वाला समय और भी कारणों से बदला हुआ दिखाई देगा .<br />विशेषकर हमारी जनसँख्या .<br />हम २०३५ में चीन से आगे निकलने वाले है . २०३५ में भारत दुनिया का<br />सबसे ज्यादा जनसँख्या वाला देश होगा . उस वक्त हम केक में पड़ी इल्लियो जैसे होंगे . तब गे भाषा की नहीं शायद रोटी की चिंता में दुबले हो रहे होंगे .<br />बहरहाल , भविष्य की कल्पना बहुत डरावनी है . भगवान भली करे .<br /><br />* जवाहर चौधरीJawahar choudhary https://www.blogger.com/profile/17378541906452685183noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8120460498908442145.post-75754034644162870642010-09-05T18:00:45.356+05:302010-09-05T18:00:45.356+05:30आगामी दस वर्ष भारत के लिये शुभ हों इसके लिये देश क...आगामी दस वर्ष भारत के लिये शुभ हों इसके लिये देश के हर व्यक्ति को दो कदम आगबढ़ाना होगा। तभी २०२० में प्रगत भारत का कलाम का सपना पूरा होगा।<br /><br />जहाँ तक प्रान्तीय भाषाओं के क्षरण की भविष्यवाणी है, भगवान करे वह असत्य सिद्ध हो। देश के कुछ अदूरदर्शी लोगों ने हिन्दी का विरोध किया और अंग्रेजी को यहाँ बने रहने एवं फलने-फूलने के लिये भूमि तैयार की। लगता है कि उस चोत को हिन्दी तो झेल जायेगी किन्तु प्रान्तीय भाषाओं पर जो अदृष्य चोत लगी है वह धीरे-धीरे उनकी अपूरणीय क्षति कर रही है। अब भी चेतने का समय बाकी है। अंग्रेजी को पूरी तरह निकाल फेका जाय। हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं को क्रमश: केन्द्रीय एवं राज्य सरकारों की भाषा बनाया जाय। भारत की तकनीकी शब्दावली मुख्यत: संस्क्रित पर आधारित और सभी के लिये समान हो। अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में या तो भाषा-ज्ञान की परीक्षा ही न की जाय या अतिसरल प्रश्न पूछे जाँय तथा उस पेपर में केवल क्वालिफाई करने की जरूरत हो ताकि भाषा के आधार पर भेदभाव को रोका जा सके।अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.com