रविवार, 7 अगस्त 2011

उपन्यास पर चर्चा आयोजित

पाठक मंच इंदौर ने लिखिका डॉ मीनाक्षी स्वामी की पुस्तक भूभल पर चर्चा आयोजित की . यह उपन्यास नारी की सामाजिक स्थिति पर केन्द्रित है लेखिका ने बड़े साहस के साथ इन विषयों को उठाया है . इस पुस्तक गोष्ठी में डॉ पुरुषोतम दुवे , डॉ जबाहर चौधरी , डॉ ॐ ठाकुर , डॉ कला जोशी, डॉ छाया गोयल डॉ हेमलता दिखित , श्री मोहन रावल , नियति सप्रे ,किसलय पंचोली   डॉ मीनाक्षी स्वामी    , ब्रजेश क़ानून गो , नन्द किशोर सोनी , चन्द्र भान भार्दुआज , गोपाल माहेश्वरी , प्रताप सिंह सोढी, देवेश त्यागी  श्याम यादव , बसंत जौहारी, कु. लवीना निनामा , रंजना फतेपुरकर , नंदनी जोशी और राकेश शर्मा ने भाग लिया . चर्चा का निष्कर्ष यह निकला  की क़ानून बना लेने , शिक्षा का  प्रचार कर लेने अथवा नारी के समर्थन में नारे लगा लेने से कोइ परिवर्तन होने वाला नहीं है . पूरा पुरुष समाज नारी के साथ अन्याई  नहीं है औरअत्याचारी  भी नहीं है . लेकिन नारी की देह और उसकी अस्मिता पर हो रहे निरंतर अन्यायों के विरुद्ध आवाज उठाने की जरूरत है . इसे जन जागरण के दुआरा ही दूर किया जा सकता है . उपन्यास अनेक विमर्शों को जन्म देता है . पठाक को सोचने के लिए मजबूर करता है .
चर्चा में भाग लेते लेखक


2 टिप्‍पणियां:

mohan rawal मोहन रावल ने कहा…

bahut upyogii charchaa.badhaaii.
mohan rawal

Jawahar choudhary ने कहा…

आपका ब्लाग बहुत सार्थक है .
पाठक मंच की गतिविधियों के बारे में और कहीं जानकारी नहीं मिल सकती है सिवा इसके .
कृपया इसे अनवरत रखें .
मीनाक्षी स्वामी के उपन्यास पर सारवान चर्चा
हुई . सोनी जी ने खूब कहा. कला जोशी भी खूब बोलीं.
पुरुषोत्तम दुबे जी का तो कहना ही क्या है . वाह.