वह हो जाती है वेखौफ
जैसे होता है कोई मालिक
अपने पालतू पशु के साथ
भरते ही मांग में सिन्दूर पुरुष समझनें लगता है
स्त्री को एक सड़क
मांग में भरा गया सिन्दूर
व्यापारिक समझुअते
के हित हुए हस्ताक्षर सा नहीं
चुटकी भर सिन्दूर में
छिपा होता है
चुरासी लाख
जन्मों का सारांश
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